दोस्तो आज हम इस पोस्ट मै बहुत ही पुराने और प्राचीन मंदिर की बात करने वाले है जिस मंदिर में आज भी भगवान कृष्ण निवास करते हैं क्या ऐसा हो सकता है तो इसकी जानकारी आपको आज इस पोस्ट के माध्यम से देने वाला हु
धौंसा मंदिर का इतिहास 🤔
दोस्तो अगर इसके इतिहास की बात करे तो यह मंदिर बहुत ही पुराना मंदिर है इसका निर्माण लगभग 1000 वर्ष पहले हुआ था , और इसका निर्माण महाराजा छत्रसाल के शासन काल से भी पहले माना जाता है और इस मंदिर में बहुत से मंहत आए और इस मंदिर में पूजा की और यहां पर रहे , यह मंदिर गोपाल जी को समर्पित है ,
माना जाता है कि आज भी इस मंदिर में भगवान श्री कृष्ण का निवास है और रात्रि मै आज भी भगवान श्री कृष्ण इस मंदिर में आते है
इस मंदिर का निर्माण श्री श्याम सुंदर दास जी ने करवाया था , वह गोपाल जी के बहुत ही बड़े भक्त थे और गोपाल जी के चरणों में हमेशा पड़े रहते थे
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मंदिर की बनावट
यह मंदिर बहुत ही घनों जंगलों में बना है और उसके चारों तरफ तरह तरह के वृक्ष लगे हुए है और इस मंदिर का नजारा बहुत ही भव्य है इस मंदिर में बहुत से कमरे है और एक गोपाल जी का भी बहुत प्राचीन मंदिर है ,
और यह मंदिर बहुत ही बड़े क्षेत्र मै फैला हुआ है
गोपाल सागर का इतिहास
इस मंदिर के पास मै एक बहुत ही विशाल सागर है जिसे गोपाल सागर के नाम से जाना है इसका निर्माण भी प्रिया दास और श्याम सुंदर दास के समय ही हुआ था यह सागर बहुत ही पवित्र और बहुत ही ज्यादा शक्ति साली है
अगर आपको किसी भी प्रकार का कोई दोष हो तो आप इनमें नहाकर के पवित्र हो जाओगी और इस गोपाल सागर में चारों धामों के जलो को मिलाकर इसका निर्माण किया गया है
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गोपाल जी की मान्यताओं का इतिहास
माना जाता है कि यह मंदिर बहुत ही शक्ति साली और पवित्र है इसका इतिहास बहुत ही शानदार और रहस्यों से भरा हुआ है माना जाता है कि इस स्थान पर आज भी भगवान श्री कृष्ण का निवास है और आज भी रात्रि के समय यहाँ भगवान श्री कृष्ण आते है और मंदिर का भ्रमण करते है
यहां आज भी हजारों लोग अपनी आस्था को लेकर जाते है और उनकी मनोकामना बहुत ही जल्दी पूरी हो जाती है , इस मंदिर को बहुत ही शक्ति साली मंदिरों में से एक माना जाता है
स्थान
यह मंदिर महोबा जिले के ब्लॉक जैतपुर बेलाताल मै बेलाताल रेलवे स्टेशन के बगल में ही स्थित है , यह मंदिर बहुत ही सुंदर और भव्य मंदिरों में से एक है
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